आखिर क्रिप्टोकरेंसी क्या हैं (what is cryptocurrency in hindi) ? आज हर कोई cryptocurrency की बातें कर रहा हैं. crypto currency ने बहुत ही कम समय में फाइनेंसियल मार्केट में अपना सत्ता मजबूत जाहिर कर दिया हैं | चूँकि cryptocurrency को digital money भी कहा जाता हैं क्योंकि ये केवल और केवल online ही मौजूद हैं और क्रिप्टोकरेंसी को हम physically लेन – देन नहीँ कर सकते | तो चलिए क्रिप्टोकरेंसी के वृत्तांत जानकारी को सिरे से समझते हैं |
क्या हमारे, आप के दादा – परदादा जी कभी सोचे होंगे कि हमारे बाल बच्चों को भविष्य में सामान खरीदने के लिए पॉकेट में रुपया लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी. और अब से सामान को खरीदने के लिए यह जरूरी नहीं कि आपके जेब में कितने रुपए हैं क्योंकि अब तो बस स्कैन करना होता है. यदि हम और पुराने जमाने की बात करें तो जब रुपए का प्रचलन भी कम हुई करती थी . आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जीवन निर्वहन के लिए सामानों का परस्पर अदला बदली किया जाता था जिसे हम आमतौर पर वस्तु विनिमय प्रणाली के नाम से जानते हैं. उस समय एक समान के बदले लगभग उसी मूल्य के दूसरे सामान को खरीद लिया जाता था. जैसे गेहूं देकर चावल लेना , धान अथवा चावल देकर चूड़ा खरीदना इत्यादि वस्तु विनिमय प्रणाली में शामिल थे. वस्तुओं के आदान-प्रदान में काफी समस्याओं का सामना किया गया होगा तभी रुपया का प्रचलन हुआ होगा. वैसे भी कहते हैं ना की आवश्यकता आविष्कार की जननी होती है बिल्कुल वही हुआ होगा. आजकल तो रुपए की जगह बहुत हद तक डेबिट कार्ड , क्रेडिट कार्ड बगैरा ने ले रखी है. शुरुआती समय में इन सभी का कुछ ना कुछ लिमिटेशन हुआ करता था. जैसे नेट बैंकिंग अपने कार्यालय समय सीमा में ही सर्विस उपलब्ध किया करती थी किंतु जब से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कि लोकप्रियता बढी है तब से तो मानो इस क्षेत्र में क्रांति ही आ चुकी है . जैसे पेटीएम, गूगल पे, अमेजॉन पे इत्यादि पर ट्रांजैक्शन के विकल्प उपलब्ध हो गए हैं. जिससे अब बैंक जाने की जरूरत ही कम होने लगी है। इन सभी प्लेटफॉर्म की खास बात यह है की इसमें वॉलेट की सुविधा भी उपलब्ध है। यदि आपके वॉलेट में रुपये हो तो कभी भी किसी भी समय कहीं भी ऑनलाइन पेमेंट करके आप काम कर सकते हैं. आज हम एक खास विषय पर जानकारी साझा करने जा रहा हूं और वह है क्रिप्टो करेंसी. वैसे भी आजकल क्रिप्टो करेंसी कि काफी सुर्खियों में रहा है.
इस आर्टिकल में हम जाने वाले हैं:-
क्रिप्टो करेंसी क्या है?
यह कितने प्रकार का होता है?
यह कैसे काम करती है?
इसे नियंत्रित कौन करता है?
यह सुरक्षित है अथवा नहीं?
विश्व में इसका प्रचलन और लोकप्रियता?
भारत का क्रिप्टो करेंसी को लेकर स्टैंड् क्या है?
भारत में इसके लिए कानूनी प्रावधान क्या है?
इस तरह हम इस आर्टिकल में बहुत कुछ जानने वाले हैं तो बने रहिए हमारे साथ दिमाग की बत्ती जला कर.
Table of Contents
क्रिप्टोकरेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)?
जैसे अलग-अलग देशों की अपनी मुद्रा होती है जिससे उस देश की अर्थव्यवस्था चलती है और वह मुद्रा उस देश की सरकार द्वारा स्थापित किसी संस्था द्वारा जारी की जाती है.
उदाहरण के लिए कि भारत की मुद्रा रुपया है जो भारत सरकार द्वारा गठित भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा जारी की जाती है.
उसी तरह क्रिप्टोकरेंसी डिजिटल मुद्रा है जिसे कोई भी सरकार जारी नहीं करती है अपितु यह कंप्यूटर एल्गोरिथम पर काम करती है.
क्रिप्टोकरेंसी कितने प्रकार का होता है? (Types of Cryptocurrency)
वैसे तो क्रिप्टोकरेंसी कई प्रकार के होते हैं पर मैं कुछ मुख्य प्रकार के क्रिप्टो की बात करने जा रहा हूं.
Bitcoin, एथेरियम, tether, BNB, USD coin, solana, XRP, cardano, terra, dog coin, लाइट coin, Dia, Waves इत्यादि.
गौरतलब है कि इन सब में बिटकॉइन काफी प्रचलित है. इसकी लोकप्रियता कुछ इस कदर है कि क्रिप्टो का सीधा सा मतलब लोग बिटकॉइन से समझते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है? (cryptocurrency kaise kaam karta hai)
जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं कि क्रिप्टोकरेंसी किसी भी सरकार द्वारा जारी नहीं किया जाता। अर्थात क्रिप्टो करेंसी पर किसी देश, राज्य अथवा संस्था का नियंत्रण नहीं होता है . तो हम कह सकते हैं कि क्रिप्टो करेंसी एक स्वतंत्र मुद्रा है और इसके लिए क्रिप्टो ग्राफि का प्रयोग किया जाता है. वैसे जानकारी के लिए बता दूं कि क्रिप्टो करेंसी दरअसल वित्तीय लेनदेन का एक जरिया है और इससे कोई भी वस्तु खरीदी जा सकती है. इससे स्पष्ट होता है कि क्रिप्टो का काम ठीक वही है जो भारत में भारतीय रुपया, बांग्लादेश में टाका अथवा अमेरिकी डॉलर के समान ही है.किंतु फिर प्रश्न यह उठता हैं की :-
क्रिप्टोकरेंसी और बाकी देशों की मुद्राओं में क्या अंतर है?
व्यवहारिक तौर पर क्रिप्टो और रुपया मैं कोई भी अंतर नहीं है अर्थात रुपयों से कोई भी सामान खरीदी अथवा बेची जा सकती है उसी प्रकार क्रिप्टो से भी सामान खरीदी अथवा बेची जा सकती है.
- किंतु यह मुद्रा की तरह भौतिक रूप से दिखाई नहीं देती अर्थात इसे जेब में नहीं रख सकते बल्कि इसका कारोबार online माध्यम से ही होता है.
- एक तरफ किसी देश की मुद्रा को उस देश द्वारा गठित संस्था द्वारा संचालित अथवा नियमित किया जाता है जबकि क्रिप्टो को कोई भी देश संचालित अथवा नियंत्रित नहीं करती.
- इसका तात्पर्य यह हुआ कि लेन-देन के बीच किसी देश की करेंसी में एक मध्यस्थता की जरूरत होती है.जैसे भारत में केंद्रीय बैंक हो अथवा अमेरिका में फेडरल बैंक.किंतु क्रिप्टो के कारोबार में इस प्रकार के मध्यस्थता की जरूरत नहीं होती इसे एक नेटवर्क द्वारा ऑनलाइन संचालित किया जाता है.
अंत में हम जानने वाले हैं कि क्रिप्टो करेंसी से लाभ तथा हानि या यूं कहें की क्रिप्टो करेंसी के गुण तथा दोष |
- क्रिप्टो करेंसी के गुण अथवा लाभ ( advantage and disadvantage of cryptocurrency )
* क्रिप्टो करेंसी के कारोबार में बिचौलिए की भूमिका समाप्त हो चुकी है जिससे जो खर्च बिचौलियों में हुआ करता था वह खर्च अब नहीं होगा.
* क्रिप्टो करेंसी के कारोबार में किसी भी प्रकार के पहचान पत्र की आवश्यकता नहीं होती है जिससे एक सामान्य व्यक्ति भी बिना किसी परेशानी के इससे जुड़ सकता है.
* क्रिप्टो करेंसी के व्यापार में लेनदेन के दौरान लोगों की पर्सनल जानकारी को सुरक्षित रखी जाती है . तो कह सकते हैं कि गोपनीयता क्रिप्टो करेंसी में सबसे बड़ी लाभ है।
* यद्यपि क्रिप्टो करेंसी को वैधानिकता ना मिली हो किंतु इसका उपयोग बिना अतिरिक्त शुल्क भुगतान किए किया जा सकता है.
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- क्रिप्टो करेंसी के दोष अथवा हानि
*क्योंकि क्रिप्टो करेंसी को किसी बैंक द्वारा वैधानिकता प्राप्त नहीं है , इससे इसकेमूल्य में उतार चढ़ाव में अस्थिरता का भय बना रहता है.
*भले ही गोपनीयता इसकी प्रमुख विशेषता हो किंतु इससे आतंकवादी गतिविधियों नजर नहीं रखी जा सकती.
* चुकी क्रिप्टो करेंसी पर सरकार की नीतियों का प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए इसके उपयोग को बढ़ावा देने से देश की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. - निष्कर्ष: जैसा कि आप जानते हैं कि क्रिप्टो करेंसी एक आभासी मुद्रा है जिससे भले ही किसी भी समान को खरीदा अथवा बेचा जा सकता है फिर भी चुकी कोई भी इसे नियमित अथवा नियंत्रित नहीं करता. इसलिए इसके कारोबार में जोखिम रहता है कि कब इसका मूल्य बढ़ेगा अथवा कब घटेगा। इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना रिक्सी तो अवश्य है और फिर किसी भी तरह के प्रॉब्लम की सुनवाई हेतु हम कहां जाएंगे यह भी एक बड़ी चुनौती रहती है।
धन्यवाद अभिवादन: अंत तक बने रहने के लिए तहे दिल से शुक्रिया और आशा करता हूं यह जानकारी आपको अच्छी लगी होगी.
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